क्रिप्टोक्यूरेंसी की मूल बातें बताएं

 क्रिप्टोकरेंसी एक विशेष प्रकार की डिजिटल मुद्रा है जो एक देश या कम्पनी द्वारा नहीं निर्दिष्ट की गई है। इसे एक प्रौद्योगिकी के रूप में विकसित किया गया है जो एन्क्रिप्टेड कम्यूनिकेशन के माध्यम से सुरक्षित और निजी लेनदेन संभव बनाती है। क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग आधुनिक दुनिया में ऑनलाइन लेनदेन के लिए किया जाता है। इसकी मूल बातें निम्नलिखित हैं:


1. डिस्ट्रीब्यूटेड लेजर - क्रिप्टोकरेंसी के पीछे का टेक्नोलॉजी डिस्ट्रीब्यूटेड लेजर होता है जो एक लेजर में सभी लेनदेन को संग्रहित करता है। इस तकनीक से ट्रांजैक्शन की पुष्टि की जाती है और लेनदेन की सुरक्षा बढ़ाई जाती है।


2. क्रिप्टोग्राफी - क्रिप्टोकरेंसी में लेनदेवीनों को सुरक्षित करने के लिए एक क्रिप्टोग्राफी प्रोटोकॉल का उपयोग किया जाता है। इससे प्रत्येक ट्रांजैक्शन को सुरक्षित ढंग से किया जाता है जिससे लेनदेन की प्रमाणित होती है।

डिस्ट्रिब्यूटेड लेजर एक टेक्नोलॉजी है जो एक समूह के कंप्यूटरों को इकट्ठा करता है और एक संयुक्त लेजर बनाता है जिसमें डेटा संग्रहीत होता है। इस तकनीक का उपयोग किसी भी विशिष्ट सेंट्रल एक्सेस पॉइंट या कम्प्यूटर से डेटा को संग्रहीत करने की बजाय, इसे कुल नेटवर्क के कंप्यूटरों में संग्रहीत किया जाता है

Distributed laser

डिस्ट्रिब्यूटेड लेजर एक टेक्नोलॉजी है जो एक समूह के कंप्यूटरों को इकट्ठा करता है और एक संयुक्त लेजर बनाता है जिसमें डेटा संग्रहीत होता है। इस तकनीक का उपयोग किसी भी विशिष्ट सेंट्रल एक्सेस पॉइंट या कम्प्यूटर से डेटा को संग्रहीत करने की बजाय, इसे कुल नेटवर्क के कंप्यूटरों में संग्रहीत किया जाता है।

इस तकनीक के द्वारा, समूह के सभी सदस्य एक संयुक्त लेजर पर डेटा जोड़ सकते हैं और जब भी कोई नया डेटा जोड़ता है तो वह सभी सदस्यों तक पहुंच जाता है। इस तरह से, समूह के सभी सदस्यों के पास एक समान लेजर होता है जिसमें डेटा संग्रहीत होता है।

यह तकनीक क्रिप्टोकरेंसी में उपयोग किया जाता है ताकि कोई भी एकल संयुक्त लेजर को हैक नहीं कर सकता है। जब एक नया ब्लॉक बनाया जाता है, तो यह समूह के सभी सदस्यों द्वारा सत्यापित होता है और फिर संयुक्त लेजर में संग्रहीत होता है। इस तरीके से, क्रिप्टोकरें

Cryptography क्रिप्टोग्राफी


क्रिप्टोग्राफी एक तकनीक है जो डेटा को सुरक्षित बनाने के लिए उपयोग की जाती है। इस तकनीक का उपयोग डेटा को एक ऐसी भाषा में बदलने के लिए किया जाता है जो केवल उन लोगों द्वारा समझी जा सकती है जिनके पास सही तरीके का कुंजी है। इस तरह से, क्रिप्टोग्राफी डेटा को सुरक्षित रखती है ताकि उसे केवल उन लोगों तक पहुंच मिले जो उसे देखने या पढ़ने के लिए अधिकृत हों।


क्रिप्टोग्राफी क्रिप्टोकरेंसी में उपयोग की जाती है ताकि लेन-देन की सुरक्षा बढ़ाई जा सके। यह लेन-देन के लिए दो अलग-अलग कुंजियों का उपयोग करती है, एक पब्लिक कुंजी और एक प्राइवेट कुंजी। पब्लिक कुंजी सभी के लिए उपलब्ध होती है जो लेन-देन करना चाहते हैं, जबकि प्राइवेट कुंजी केवल उन लोगों के पास होती है जो लेन-देन करने के लिए अधिकृत होते हैं।


जब एक व्यक्ति लेन-देन करना चाहता है, तो वह अपनी प्राइवेट कुंजी का उपयोग करके डेटा को संग्रहीत करता है 


माइनिंग

क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग एक प्रकार का कंप्यूटर ग्राहक होता है जो नए क्रिप्टोकरेंसी टोकन को जेनरेट करता है और क्रिप्टोकरेंसी लेनदेनों की पुष्टि करता है। माइनर्स नए ब्लॉक को बनाने के लिए अपने कंप्यूटर को उपयोग करते हैं जिसमें वे विशेष गणनाओं को हल करते हैं। इन गणनाओं के द्वारा, माइनर्स लेनदेनों की पुष्टि करते हैं और नए क्रिप्टो टोकन को जेनरेट करते हैं।

एक माइनर एक खास उपकरण का उपयोग करता है, जिसे एक ASIC (Application Specific Integrated Circuit) भी कहा जाता है, जो गणनाओं को हल करने के लिए बनाया गया होता है। यह उपकरण बहुत तेज होते हैं और बड़े माइनिंग फार्मों में इसका उपयोग किया जाता है।

माइनिंग के द्वारा नए क्रिप्टो टोकन को जेनरेट करने के साथ-साथ, माइनर्स क्रिप्टो नेटवर्क को सुरक्षित भी बनाते हैं। क्रिप्टो नेटवर्क में बहुत से माइनर्स होते हैं जो एक साथ काम करते हुए नए ब्लॉकों को हल करते हैं और लेनदेनों की पुष्टि करते हैं।

ASIC (application Specific Integrated Circuit)

ASIC या Application Specific Integrated Circuit एक प्रकार का विशेष उपकरण होता है जो एक विशेष उद्देश्य के लिए तैयार किया जाता है। इसका उपयोग विभिन्न एलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों, जैसे कि कंप्यूटर, मोबाइल फोन, टेलीविजन, ऑडियो प्लेयर, इलेक्ट्रॉनिक अनुपात परिवर्तक और डिजिटल सिग्नल प्रोसेसिंग के लिए किया जाता है।

ASIC उपकरण विशेषताओं के आधार पर डिजाइन किए जाते हैं, जो इसे विशेष उद्देश्यों के लिए अधिक उपयोगी बनाती हैं। यह उपकरण उन लोगों के लिए बहुत उपयोगी होता है जो एक निश्चित उद्देश्य के लिए उन्नत तकनीक का उपयोग करना चाहते हैं और एक अनुकूल उपकरण की आवश्यकता होती है।

क्रिप्टोकरेंसी में भी, ASIC का उपयोग ज्यादातर माइनिंग हार्डवेयर में किया जाता है। ये उपकरण बहुत तेज होते हैं और क्रिप्टो नेटवर्क में नए ब्लॉकों को हल करने और लेनदेनों की पुष्टि करने के लिए उपयोग किए जाते हैं।


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